देश की पहली रेल बस ने शुक्रवार को अपना आखिरी फेरा पूरा कर लिया। जोधपुर मंडल के मेड़ता रोड से मेड़ता सिटी के बीच संचालित होने वाली यह बस आखिरी थी। इससे पहले दो बसों को कंडम घोषित किया जा चुका था। इन दोनों स्टेशनों के बीच यात्रियों को क्या सुविधा मिलेगी, यह रेलवे ने अभी तक तय नहीं किया है, जबकि 9 माह पहले ही यह तय किया जा चुका था कि 1 फरवरी 2020 से इस सेवा को बंद कर दिया जाएगा।
जोधपुर मंडल के इस 15 किमी लंबे रेलखंड में यात्रियों के आवागमन के लिए पहले मीटरगेज, फिर ब्राडगेज की रेल बस सेवा मुहैया करवाई गई थी। महज 10 रुपए किराए वाली यह बस यात्रियों से भरी रहती थी। समय के साथ इस रूट पर रेलवे क्रॉसिंग गेट बढ़ते गए और ट्रेन 20 मिनट की जगह सवा घंटे में इतनी दूरी तय करने लगी थी। कारण यह कि रेलवे ने गेट खोलने व बंद करने के लिए तैनात कर्मचारी हटा दिए थे।